बिखरेगी फिर वही चमक,
तेरे वजूद से तू महसूस करना !!
टूटे हुए मन को,
संवरने में थोड़ा वक्त लगता है !!
कुछ देर रुकने के बाद,
फिर से चल पड़ना दोस्त !!
हर ठोकर के बाद,
संभलने में वक्त लगता है !!
थोड़ा धीरज रख,
थोड़ा और जोर लगाता रह !!
किस्मत के जंग लगे दरवाजे को,
खुलने में वक्त लगता है !!
पानी को बर्फ में,
बदलने में वक्त लगता है !!
ढले हुए सूरज को,
निकलने में वक्त लगता है !!
थकता भी है, चलता भी है,
कागज़ सा दुखो में गलत भी है !!
गिरता भी है, संभलता भी है,
सपने फिर नए बुनता भी है !!
रहता भी है, सहता भी है,
बनकर दरिया सा बहता भी है!!
पाता भी है, खोता भी है,
लिपट लिपट कर रोता भी है !!
लक्ष्य भी है, मंज़र भी है,
चुभता मुश्किलों का खंज़र भी है !!
प्यास भी है, आस भी है,
ख्वाबो का उलझा एहसास भी है !!
चलता रहूँगा पथ पर,
चलने में माहिर बन जाऊंगा !!
या तो मंजिल मिल जाएगी,
या
अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊंगा !!
ज़िन्दगी में सबसे ज्यादा दुःख
दिल टूटने पर नहीं,
विश्वास टूटने पर होता है
क्यूंकि हम किसी पर
विश्वास करके ही
दिल लगते हैं.
ज़िन्दगी एक RAILWAY STATION की तरह है ,
प्यार एक ट्रेन है जो आती है और चली जाती है ,
पर दोस्त INQUIRY COUNTER है ,
जो हमेशा कहते हैं May I Help You……!!
शीशा और रिश्ता दोनों ही बड़े नाजुक होते है,
दोनों में सिर्फ एक फर्क है,
शीशा गलती से टूट जाता है ,
और रिश्ता ग़लतफ़हमियो से ….!!
गुरुर किस बात का है साहब,
आज मिट्टी के ऊपर ,
तो कल मिट्टी के नीचे….!!
ज़िन्दगी इतनी अच्छी होती तो,
इस दुनिया में हम रोते हुए नहीं आते,
मगर ये ज़िन्दगी इतनी ही बुरी होती ,
तो जाते जाते लोगो को रुलाकर न जाते…..!!
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो……….,
मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो…….,
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढ़ता है जमाना ….!
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले मेरा नाम तो होने दो
बड़े अनमोल हे ये खून के रिश्ते
इनको तू बेकार न कर ,
मेरा हिस्सा भी तू ले ले मेरे भाई
घर के आँगन में दीवार ना कर….!!
सड़क कितनी भी साफ हो
“धुल” तो हो ही जाती है..!!
इंसान कितना भी अच्छा हो
“भूल” तो हो ही जाती है !!!
हाथ में उसको कलम का आना अच्छा लगता है
उसको भी स्कूल को जाना अच्छा लगता है
बड़ा कर दिया मजबूरी ने वक्त से पहले वरना
सर पर किसको बोझ उठाना अच्छा लगता है !!
न किसी का फेंका हुआ मिले,
न किसी से छिना हुआ मिले,
मुझे बस मेरे नसीब में, लिखा हुआ मिले,
ना मिला ये भी, तो कोई गम नहीं,
मुझे बस मेरी मेहनत का, किया हुआ मिले.
मझधार से वापस मुड़ना काफी मुश्किल होता है
तो किसी का बिखर कर जुड़ना काफी मुश्किल होता है
घाव तो बहुत आसानी से भर जाते है, लेकिन…
फिर से बेख़ौफ़ गगन में उड़ना काफी मुश्किल होता है|
“इंसान को उस जगह हमेशा ‘खामोश’ रहना चाहिये –
जहां..
‘दो कौड़ी’ के लोग अपनी ‘हैसियत’ के गुण गाते हों…!!
कुछ पल भी बिताया करो
फ्रेंड्स के साथ
हर चीज़ नही मिलती फ़ेसबुक
और इंस्टाग्राम क पास
हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले
ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है
ऐ दोस्त जब भी तू उदास होगा,
मेरा ख्याल तेरे आस-पास होगा,
दिल की गहराईयों से जब भी करोगे याद हमें,
तुम्हें.. हमारे करीब होने का एहसास होगा।
नदी जब किनारा छोर देती हैं,
राह की चट्टान तक तोर देती हैं,
बात छोटी सी अगर चुभ जाए दिल में तो,
जिंदगी के रास्तों को भी मोर देती हैं।
उजड़ी हुई दुनिया को तू आबाद न कर,
बीते हुए लम्हों को तू याद न कर,
एक कैद परिंदे ने ये कहा हम से..
मैं भुल चुका हूं उड़ना मुझे आजाद न कर!
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता,
कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता,
लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर..
हर कोई आप सब की तरह अनमोल नहीं होता!
फ़िज़ा में ज़हर भरा है जरा संभल कर चलो,
मुखालिफ आज हवा है जरा संभल कर चलो,
कोई देखे न देखे बुराइयां अपनी..
खुदा तो देख रहा है जरा संभल कर चलो।
कश्ती के मुसाफिर ने समन्दर नहीं देखा,
आँखों को देखा पर दिल मे उतर कर नहीं देखा,
पत्थर समझते है मेरे चाहने वाले मुझे,
हम तो मोम है किसी ने छूकर नहीं देखा।
हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे,
वो भी पल पल हमे आजमाते रहे,
जब मोहब्बत मे मरने का वक्त आया,
हम मर गए और वो मूस्कूराते रहे.. ...
बीते पल वापस ला नहीं सकते,
सूखे फूल वापस खिला नहीं सकते,
कभी कभी लगता है आप हमें भूल गए,
पर दिल कहता है कि आप हमें भुला नही सकते.💔 😢