राम की तारीफ़ करूँ कैसे, मेरे शब्दों में इतना ज़ोर नहीं, सारी दुनिया में जाकर ढूँढ लेना, मेरे राम जैसा कोई और नहीं!! हृदय से राम सुमिरन किया तो आवाज़ हनुमान तक जाएगी, हनुमानजी ने जो सुन ली हमारी, तो हर बिगड़ी ही बन जाएगी!!