संगेमरमर मैं अगर चाहूँ तो एहसास-ऐ-मोहब्बत;लिख दूँ… ताजमहल भी झूख जाएगा ;चूमने के लिए, में जो एक पथ्थर पे राम नाम लिख दूँ… जय श्री राम…