पोंछ कर आंसू अपने, सहा हर अपमान,. हर घर में बनी वो प्यार की मूर्त.. लक्ष्मी, दुर्गा, सरस्वती के रूप में,. जन्मी इस संसार में, बन कर एक औरत.. Happy Women’s Day !