“तोड़े से भी ना टूटे जो ऐसा ये मन – बंधन है, इस बंधन को सारी दुनिया कहती रक्षाबंधन हैं!! तुम भी इस कच्चे धागे का मान जरा-सा रख लेना, कम से कम राखी के दिन बहाना का रस्ता तक लेना!!”