हे माँ तुमसे विश्वास ना उठने देना तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊ चारो ओर अँधेरा ही अँधेरा घना पाऊ बन के रोशनी तुम राह दिखा देना शुभ नवरात्री