उत्तर से उन्नति, दक्षिण से दायित्व , पूर्व से प्रतिष्ठा, पश्चिम से प्रारब्ध, नैऋत्य से नैतिकता वावव्य से वैभव, ईशान से एश्वर्य आकाश से आमदनी, पाताल से पूँजी दसों दिशाओ से शान्ति सुख समुध्धि सफलता प्राप्त हो ऐसी *धनतेरस की *शुभकामना