क्रोध आपका ऐसा हुनर है :-
जिसमें फँसते भी आप है, उलझते भी आप है, पछताते भी आप है, और पिछड़ते भी आप है..!!
🙏वन्दे भारत, 🙏 🙏शुभ प्रभात🙏