"कमाई" की "परिभाषा" सिर्फ "धन" से ही तय नहीं होती, "तज़ुर्बा" "रिश्ते" ",प्रेम","सम्मान" और "सबक" सब "कमाई" के ही रूप हैं....
🍁🍁 सुप्रभात 🍁🍁