न मरो अपनी बेवफा सनम के लिये, दो गज जमीन नही मिलेगी दफ़न होने के लिए, अगर मरना ही हैं तो मरो अपने वतन के लिए, हसीना भी ख़ुशी से दुप्पटा उतार देगी तुम्हारे कफ़न के लिए… वन्दे मातरम, जय हिन्द