यह समारोह का दिन है
यह एक विशेष व्यक्ति के मूल्य के लिए दिन है,
हमारे राष्ट्र के ‘हीरो’ है , जो व्यक्ति
कौन दुनिया अहिंसा का सबक सिखाया
यह महात्मा गांधी हमारे राष्ट्र के पिता की
“आप मुझे जंजीरों में जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं, यहाँ तक की आप इस शरीर को नष्ट कर सकते हैं, लेकिन आप कभी मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते ।”
“सत्य और अहिंसा का पुजारी जिसने बिना शस्त्र उठाये अंग्रेजों को झुका दिया और भारत को आजाद करा दिया ।”
“खुशनसीब होते हैं वो लोग, जो इस देश पर कुर्बान होते हैं; जान देकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं; करते हैं सलाम उन देश प्रेमियों को; जिनके कारण इस तिरेंगे का मान होता है ।
शुभ गाँधी जयंती!”
विश्व इतिहास में आजादी के लिए लोकतान्त्रिक संघर्ष हमसे ज्यादा वास्तविक किसी का नहीं रहा है। मैने जिस लोकतंत्र की कल्पना की है, उसकी स्थापना अहिंसा से होगी। उसमे सभी को समान स्वतंत्रता मिलेगी। हर व्यक्ति खुद का मालिक होगा।
आपकी मान्यताएं आपके विचार बन जाते हैं,आपके विचार आपके शब्द बन जाते हैं,आपके शब्द आपके कार्य बन जाते हैं,आपके कार्य आपकी आदत बन जाते हैं,आपकी आदतें आपके मूल्य बन जाते हैं, आपके मूल्य आपकी नियति बन जाती है।
हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें। हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा।
जब मैं निराश होता हूँ, मैं याद कर लेता हूँ कि समस्त इतिहास के दौरान सत्य और प्रेम के मार्ग की ही हमेशा विजय होती है। कितने ही तानाशाह और हत्यारे हुए हैं, और कुछ समय के लिए वो अजेय लग सकते हैं, लेकिन अंत में उनका पतन होता है। इसके बारे में सोचो- हमेशा।
अपनी बुद्धिमता को लेकर बेहद निश्चित होना बुद्धिमानी नहीं है. यह याद रखना चाहिए कि ताकतवर भी कमजोर हो सकता है और बुद्धिमान से बुद्धिमान भी गलती कर सकता है।
अहिंसात्मक युद्ध में अगर थोड़े भी मर मिटने वाले लड़ाके मिलेंगे तो वे करोड़ों की लाज रखेंगे और उनमें प्राण फूकेंगे। अगर यह मेरा स्वप्न है, तो भी मेरे लिए मधुर है।
मैं हिंसा का विरोध करता हूँ क्योंकि जब ऐसा लगता है कि वो अच्छा कर रही है तब वो अच्छाई अस्थायी होती है; और वो जो बुराई करती है वो स्थायी होती है।
बापू के मन में थी अहिंसा बसी तन पर थी सिर्फ लंगोटी कसी वतन की राह में तुमने सब लुटा दिया सभी को अमृत दिया खुद ने संघर्ष का जहर पिया..
आज एक सॉलिड बन्दे का जन्मदिन है
बोले तोह अपना गाँधी बापू मस्त याद करने का
और करने का इस मैसेज को
फॉरवर्ड करने का क्या मामू..!
“अहिंसा का वो था पुजारी,
सत्य की राह दिखाने वाला,
ईमान का पाठ जिसने पढ़ाया हमें,
वो था बापू लाठी वाला ।
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें!”
सीधा-सादा वेश है तुम्हारा
नहीं छुआ कभी अभिमान
पहने आप धोती खादी की
मेरे बापू की ये ही है शान.
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें
देश पर तुमने अपना सबकुछ बापू लुटा दिया
सच्चाई का लेकर शस्त्र ,अहिंसा का लेकर अस्त्र
गोरों को देश से बाहर भगाया, देश को बचाया
मानव पर किया उपकार, दुश्मन से भी किया प्यार.
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें
गाँधी तुम हो, युग-परिवर्तक, युग-संस्थापक
तुम्हे युग-युग तक युग का नमस्कार
नाम सदा रहेगा अम्र बापू तुम्हारा
तुम तो हो सूरज की सन्तान बापू.
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें
भारत की धरती से नहीं मिट सकता नाम बापू का
इस देश की मिटटी से, ह्रदय और हवा से
जल और आकाश से भी आती है खुशबू
इनके दर्शन और मार्गदर्शन है सबके लिए आकर्षण.
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें
तुमने मानवता का है मान बढाया
दानवता का तुमने बापू दाग मिटाया
भारत के हैं सम्मान गाँधी
इस युग की हैं पहचान गाँधी.
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें
बापू ने सत्य-प्रेम का पथ अपनाया
क्षमा-कर्म का हरपल भाव जगाया
स्वर्ग तुमने उतारा था धरती पर
नव -नूतन प्रकाश फैलाया हर घर .
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें
जय हो जय हो बापू की जय हो
जो भी सिखाया आपनेउसकी जय हो
आपने हम में शुभ विचार जगाया
मुश्किल जीवन रण को आसान बनाया.
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें
बापू हैं परम महान, परमवीर, तपस्वी
हे सत्य और अहिंसा के तुम प्रतीक
तुम युगाधार, तुम युगनिर्माता
तुम हो सभी प्रश्नों के उत्तर सटीक.
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें
जब-जब बापू ने था बिगुल बजाय
जवान सभी संग चल पड़े
मजदूर और किसान भी चल पड़े
हिन्दू और मुसलमान चल पड़े.
गाँधी जयंती की शुभ कामनायें
बापू के मन में थी अहिंसा बसी
तन पर थी सिर्फ लंगोटी कसी
वतन की राह में तुमने सब लुटा दिया
सभी को अमृत दिया खुद ने संघर्ष का जहर पिया.
बापू ने लड़ी धरती पर अजब लड़ाई
दागी ना तोप, ना कोई बंदूक चलाई
दुश्मन के किले पर भी की नहीं चढ़ाई
वाह रे फ़कीर तुमने कैसी करामत दिखाई.
आँख पे ऐनक, हाथ में लाठी
बापू चलते सीना ताने शान से
दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग-ढाल के
साबरमती के संत मेरे बापू हैं कमाल के.
जो सोचो वही तुम बनोगे
ये बतलाया बापू ने
अपने विचारों से बनते हम
ये सिखलाया बापू ने.
जन-जन को आपस में प्रेम सिखाया
हमें आगे बढने का पाठ पढाया
पीर पराई को अपनी जाना बापू ने
हर हिन्दुस्तानी को भाई माना बापू ने.
देश को आज़ाद आपने कराया
हमारी संस्कृति का महत्व बताया
पुरे भारत को आपने आगे बढाया
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी नाम कहलाया.
शुभ गाँधी जयंती
गाँधी जी ने विदेशी धागे को ठुकराया
हमको सत्या-ग्रह का राग सुनाया
विश्वास और मेहनत का पाठ पढाया
हर इक दोषी को माफ़ करना सिखाया.