मुबारक हो आप को खुदा की दी यह जिंदगी,
खुशियों से भरी रहे आपकी यह जिंदगी,
गम का साया कभी आप पर ना आए दुआ है,
यह हमारी आप सदा यूंही मुस्कुराए ईद मुबारक…
रमजान में ना मिल सके,
ईद में नजरें ही मिला लूं,
हाथ मिलाने से क्या होगा,
सीधा गले से ही लगा लूं,
ईद मुबारक…
मुबारक हो आप को खुदा ने दे यह जिंदगी,
खुशियों से भरी रहे आपकी यह जिंदगी,
गम का साया कभी आप पर ना आए,
दुआ है यह हमारी आप सदा यूंही मुस्कुराए,
ईद मुबारक…
य सुबह जितनी खूबसूरत है,
उतनी ही खूबसूरत आपका हर एक पल हो,
जितनी भी खुशियां आपके पास आज है,
उससे भी ज्यादा वह आपके पास कल हो,
ईद मुबारक…
नजर का चयन दिल का सुरूर होते हैं,
कुछ ऐसे लोग जहां में जरूर होते हैं,
सदा चमकाता रहे ईद का त्यौहार,
करीब रहकर भी हमसे जो दूर रहते हैं,
हैप्पी ईद मुबारक…
काश हम एक SMS होते,
बस एक क्लिक में आपके पास होते,
माना कि आप हमें डिलीट कर देते,
लेकिन कुछ देर के लिए तो हम आपके पास होते,
और भारी खुशी से कहते ईद मुबारक…
रमजान ईद चांद से भी ज्यादा रोशन हो आपको,
आपका हर एक दिन का रोजा हो प्यार से भरा,
अल्लाह कबूल करें आपकी हर नमाज और सभी मन्नतें,
यही दुआ करते हैं अल्लाह से हम आपकी,
ईद मुबारक…
आपने क्या सोचा SMS नहीं आएगा,
सोचा यह दोस्त आप को यूं ही भूल जाएगा,
यह तो आदत है हमारी सताने की,
वरना इतना प्यारा दोस्त ईद पर कौन बुलाना चाहेगा,
ईद मुबारक…
आज से अमीर गरीब के फैसले ना रहे,
हर इंसान एक दूजे को अपना भाई कहें,
आज सब कुछ भूगोल के आ गले लग जा,
मुबारक हो तुझे यह ईद-उल फितर …
इससे पहले के ईद की शाम हो जाए,
मेरा SMS औरों की तरह आम हो जाए ,
सारे मोबाइल नेटवर्क जाम हो जाए,
और ईद विश करना आम हो जाए,
ईद मुबारक..
उन बच्चों की ईद न जाने कैसी होगी,
जिनकी जन्नत नंगे पांव फिरती है,
ईद मुबारक ..
ईद का त्यौहार आया है,
खुशियों अपने संग लाया है,
खुदा ने दुनिया को महकाया है,
देखो फिर से ईद का त्यौहार आया है,
ईद मुबारक..
सूरज ने भेजी है रोशनी किरणों में,
फूलों ने भेजी है महक हवाओं में,
आप ईद के चांद से जगमगाए रहे हैं,
दे असर इतना खुदा हमारी दुआओं में,
ईद मुबारक ..
लो आ गई चांद रात,
साथ है तारों की बारात,
जगमगाया है हर घर आंगन,
संघ लाई है खुशियों की सौगात ,
ईद मुबारक …
ए चांद तू उनको मेरा पैगाम कह देना,
खुशी का दिन और हंसी की शाम देना,
जब वह देखे तुझे बाहर आकर ,
तो उनको मेरी तरफ से ईद मुबारक कह देना..
आज के दिन क्या घटा छाई है,
चारों ओर खुशियों की फिजा छाई है,
हर कोई कर रहा है सजदा खुदा को,
तुम भी कर लो खुदा की बंदगी आज ईद आई है,
ईद मुबारक…
यह सनम गुजरे हुए बसाल के दिन और रात भूल जा,
मिलने ना देंगे अब हमें हालात भूल जा,
मौसम बदल गए हैं जमाना गुजर गया है,
ए दोस्त तू भी ईद उल मुलाकात भूल जा,
ईद मुबारक..
आगाज ईद है अंजाम ईद है,
सच्चाई पर चलो तो हरदम की है,
जिसने भी रोजे रखे उन सबके वास्ते,
अल्लाह की तरफ से इनाम ईद है,
ईद मुबारक भाईजान..
यूं तो इबादत बहुत कि तुमने,
रोजे में खुदा से मोहब्बत कि तुमने,
चलो अब वक्त आया है,
कि इबादत का सिला पाए ,
चांद निकल आया है चांद निकल आया है ,
मुबारक हो चांद चलो ईद का जश्न मनाएं..
चुपके से चांद की रोशनी छू जाए आपको,
धीरे से यह बात कुछ कह जाए आपको,
दिल जो चाहते हैं मांग लो खुदा से,
हम दुआ करते हैं मिल जाए वह आपको,
ईद की मुबारकबाद .
यह दुआ मांगते हैं हम ईद के दिन ,
बाकी ना रहे आपको कोई गम ईद के दिन,
आपके आंगन में उतरे हर रोज खुशियां भरा चांद,
और महकता रहे फूलों का चमन ईद के दिन,
ईद मुबारक .
जिंदगी को हर पल खुशियों से कम ना हो,
आपका हर दिन ईद के दिन से कम ना हो ,
ऐसा ही ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो,
जिसमें कोई दु:ख और गम ना हो,
आपको और आपके परिवार को ईद मुबारक .
अल्लाह आपको ईद के,
मुकद्दस मौके पर तमाम,
खुशियां अता फरमाए ,
और आपकी इबादत कबूल करें .
आज से अमीरी गरीबी के फासले ना रहे,
हर इंसान एक दूजे को अपना भाई कहे,
आज सब कुछ भूल कर आ गले लग जा,
मुबारक हो तुझे ये ईद उल अजहा।
ईद मुबारक।
सदा हँसते रहो जैसे हँसते हैं फूल,
दुनिया के सारे गम तुम जाओ भूल,
चारों तरफ फ़ैलाओ खुशियों के गीत,
इसी उम्मीद के साथ तुम्हें मुबारक हो ईद।
ईद मुबारक।
मुबारक नाम है तेरा,
मुबारक ईद हो तुझको,
जिसे तू देखना चाहे,
उसी की दीद हो तुझको ईद मुबारक।
ईद मुबारक।
रात को नया चाँद मुबारक,
चाँद को चाँदनी मुबारक,
फलक को सितारे मुबारक,
सितारों को बुलन्दी मुबारक,
और आपको हमारी तरफ से ईद मुबारक।
ईद मुबारक।
जिन्दगी का हर पल खुशियों से कम न हो,
आप का हर दिन ईद के दिन से कम न हो,
ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो,
जिसमें कोई दुख और कोई गम न हो।
ईद मुबारक।
आज खुदा की हम पर हो मेहरबानी,
करदे माफ़ हम लोगो की सारी नाफरमानी,
ईद का दिन आज आया,
चलो मिलके करें यही वादा,
कुरान की दिखाई सही राह पर हम चलेंगे सदा।
ईद मुबारक।
बचपन में मिलते थे पुरे रमज़ान,
अम्मी की दी सेहरी से करते थे शुरुवात,
धूम धड़का होता था दोस्तों के साथ,
आज भी हैं याद ईद की हर एक रात।
ईद मुबारक।