अलफ़ाज़ की शक्ल में एहसास लिखा जाता हैं यहाँ पानी को भी प्यास लिखा जाता हैं मेरे ज़ज़्बात से वाकिफ हैं मेरी कलम, मैं प्यार लिखू तो तेरा नाम लिखा जाता हैं