पुराना साल सबसे हो रहा है दूर पुराना साल सबसे हो रहा है दूर! क्या करें यही है कुदरत का दस्तूर पुरानी यादें सोचकर उदास न हो तुम! नया साल आया है चलो…धूम मचाले, धूम मचाले धूम!