जिनके पास अपने हैं,
वो अपनों से झगड़ते हैं...
जिनका कोई नहीं अपना,
वो अपनों को तरसते हैं....।
कल न हम होंगे न गिला होगा ।
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा ।
जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें ।
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा ।