अर्ज़ मेरी सुनो अंजनी के लाल काट दो मेरे घोर दुखों का जाल तुम हो मारुती-नन्दन, दुःख-भंजन करूँ मैं आपको दिन रात वन्दन हनुमान जयंती की शुभकामना