खुशियों से भरी फूलों से ढकी खुस्बूँ में बसी,
रंगों से साजी, तारों में छुपी
सपनो में ढाली
और शबनम से धूलि
छुपके से चाँद की रौशनी छु जाये आपको
धीरे से ये हवा कुछ कह जाये आपको
दिल से जो चाहते हो (जैज़ और अच्छी चीज़ें) मांग लो खुदा से
हम दुआ करते हैं मिल जाये वो आपको
|| ईद मुबारक ||