घरवालों की इज्जत की पहरेदार थी बेटी रिश्तेदारों के दवाबों से बेजार थी बेटी एक उम्रदराज अमीर उसे ब्याह ले गया बहुत मजबूर थी गरीब परिवार की बेटी