जमीर जिन्दा रख ,कबीर जिन्दा रख , सुलतान भी बन जाये तो, दिल में फ़कीर जिन्दा रख हौसलों की तरकश में कोशिश का वो तीर जिन्दा रख, हार जा चाहे जिन्दगी में सब कुछ मगर फिर से वो जीतने की उमींद जिन्दा रख !