“जहाँ हर सर झुक जाये वही मंदिर है
जहाँ हर नदी समा जाये वही समंदर है
जीवन की इस कर्म भूमि में युद्ध बहुत है
जो हर जंग जीत जाये वही मोदी जैसा सिकंदर है