आज भी याद आतें है बचपन के वो दिन जब उगली मेंरी पकडं कर आप ने चलना सिखाया इस तरह जिन्दगी में चलना सिखाया कि जिन्दगी की हर कसौटी पर आपको अपने करीब पाया