एक सहेली - जब कोई विवाहित पुरुष किसी रूपमती सजी-संवरी स्त्री को देखता है तो वह सचमुच भूल जाता है कि वह विवाहित है | दूसरी सहेली - यह बात बिल्कुल गलत है | मेरा अनुभव तो यह है कि उसे सचमुच उसी समय याद हो आता है कि उसका विवाह हो चुका है |