Shayari in Hindi

Category

चाँद पागल है अँधेरे में निकल पड़ता है,
रोज तारों की नुमाइश में खलल पड़ता.
उनकी याद आई है सांसे जरा धीरे चलो,
धडकनों से भी इबादत में खलल पड़ता है.

  • Copy Message
  • WhatsApp Share
  • Facebook Share
  • Twitter Share