दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
ये रात चांदनी बनकर आपके आँगन में आए
तारे सारे लोरी गा कर आपको सुलाए
हो आप के इतने प्यारे सपने यार
के नींद में भी आप मुस्कुराये….!!
तेरी मोहब्बत को हम सलाम करते है,
दुनिया की भीड़ में हम बात करते हैं,
और क्या कहू अब इससे ज्यादा,
अपनी ज़िन्दगी अब तेरे नाम करते है
Good Night….!!
न जाने क्यों रात भर इस रात को नींद ही नहीं आती है
रात रात भर यह सिर्फ परियों की कहानियां सुनाती है
पूरी रात ये चाँद करता रहता है आँख मिचौली
अपनी चांदनी और इन सितारों के जहान में है
इसकी डोली आसमान के आगोश में सब समाएं हैं,
हिफ़ाज़त करे तो सबकी वो फ़रिश्तों की दुआएं है,,
सुभ रात्रि….!!
वो भी क्या वक़्त था,
जब हम खुद को तेरी सूरत में देखते थे,,
अब तो ज़ालिम आईने को,
देख-देख पूरी रात गुज़र जाती है,,
शुभ रात्रि….!!
सिर्फ दो तरह के लोग ज़िन्दगी में खुश रहते है
एक वो जिन्हें सच्ची मोहब्बत मिल जाए
और
दुसरे वो जिन्हें कभी किसी से मोहब्बत ही न हो,
Good Night….!!
जिस तरह से तेरे दिल में,
उतरी है दर्द भरी तेरी आँखे,
न जाने क्यों सनम,
मेरी आँखों में वही प्यास जग जाती है,,
शुभ रात्रि…!!
जब-जब रात आती है,
संग तेरी याद चली आती है,,
न जाने किस शहर से,
तेरी आवाज़ भी संग चली आती है,,
शुभ रात्रि….!!
रह-रह कर तेरी याद आये तो क्या करें;
तुम्हारी याद दिल से न जाये तो क्या करें;
सोचा था ख्वाब में मुलाक़ात होगी;
इस ख़ुशी में नींद न आये तो क्या करें।
शुभ रात्रि!
अपनों के प्यार में, दोस्तों की याद में;
सलामत रहे ये ज़िंदगी हमारी;
क़यामत हो ना हो;
याद रहे सदा आप को हमारी।
शुभ रात्रि!
अभी तो रात बाकी है, मेरे दिल की बात बाकी है;
जो मेरे दिल में छुपा है, वो जज़्बात बाकी है;
जल्दी से सो जाना दोस्त, आप की नींद बाकी है;
सुबह मिलते हैं, कल की शुरुआत बाकी है।
शुभ रात्रि!
चाँद की चांदनी ने एक पालकी बनाई है;
और ये पालकी हमने बड़े प्यार से सजाई है;
दुआ है ये हवा तुझसे, जरा धीरे चलना;
मेरे यारों को बड़ी प्यारी नींद आई है।
शुभ रात्रि!
क्यों किसी के ख्यालों में खोया जाए,
क्यों किसी की यादों में रोया जाए,
इस दुनिया के झमेले में पड़ना है बेकार यारों,
चलो जी भर के सोया जाए।
शुभ रात्री
रात कितनी बोरिंग और वीरान सी हो जाती है;
जब कुछ अपने याद किये बिना ही सो जाते हैं।
शुभ रात्रि!
चाँद ने अपनी चांदनी बिखेरी है;
और तारों ने आसमान को सजाया है;
कहने को आपको शुभ रात्रि;
देखो रात का फरिश्ता आया है।
शुभ रात्रि!
साथ ना छूटे आप से कभी यह दुआ करता हूँ;
हाथों में सदा आपका हाथ रहे बस यही फरियाद करता हूँ;
हो भी जाये अगर कभी दूरी हमारे दरमियान;
दिल से ना हों जुदा, रब्ब से यही इल्तिजा करता हूँ।
शुभ रात्रि!
जब भी चाँद पर काली घटा छा जाती है;
चाँदनी भी यह देख फिर शर्मा जाती है;
लाख छिपाएं हम दुनिया से यह मगर;
जब भी होते हैं अकेले तेरी याद आ जाती है।
शुभ रात्रि!
दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,
तुम ख्वाबो में आकर युँ तडपाया ना करो.
....GOOD....NIGHT......
उसकी याद हमें बेचैन बना जाती हैं,
हर जगह हमें उसकी सूरत नज़र आती हैं,
कैसा हाल किया हैं मेरा आपके प्यार ने,
नींद भी आती हैं तो आँखे बुरा मान जाती हैं.
Good Night...Dear..Friend
हमें भी नींद आ जायेगी हम भी
सो ही जायेंगे......
अभी कुछ बेक़रारी है सितारों
तुम तो सो जाओ...!!
Good Night
ऐसा लगता है कुछ होने जा रहा है ,
कोई मीठे सपनों में खोने जा रहा है,
धीमी कर दे तेरी रौशनी ऐ चाँद ,
मेरा कोई अपना सोने जा रहा है .
Good Night..Dear..
तमाम सबूतो और गवाहो को,
मद्दे नज़र रखते हुए ये अदालत,
इस SMS पढ़ने वाले को,
G@@D NIGHT विश कर के,
”रात भर” सोने कि सजा सुनाती है…
Good Night
नींद आए या ना आए, चिराग बुझा दिया करो,
यूँ रात भर किसी का जलना, हमसे देखा नहीं जाता....!!!!
शुभरात्रि दोस्त
चाँद से कहो चमकना छोङ दे; सितारोँ से कहो टिमटिमाना छोङ दे; तुम मुझसे मिलने नहीँ आती तो; अपनी यादोँ से कहो मुझे सताना छोङ दे। शुभ रात्रि!
ज़िन्दगी की हर सुबह कुछ शर्ते लेकर आती है और
ज़िन्दगी की हर शाम कुछ तजुर्बे देकर जाती है।
शुभरात्रि!
दुनिया में रहकर सपनों में खो जाओ; किसी को अपना बनालो या किसी के हो जाओ; अगर कुछ भी नहीं होता तो घबराओ नहीं; चादर-तकिया लो और सो जाओ! शुभ रात्रि!
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है; मुस्कुराने के लिए भी रोना पड़ता है; यूं ही नहीं होता है सवेरा; सुबह होने के लिए रात भर सोना पड़ता है! शुभ रात्रि!
जीवन के हर मोड़ पर सुनहरी यादों को रहने दो; जुबां पर हर वक्त मिठास रहने दो; ये अंदाज है जीने का; ना रहो उदास और ना किसी को रहनो दो। शुभ रात्रि।
चाँद को बैठाकर पहरों पर; तारों को दिया निगरानी का काम; एक रात सुहानी आपके लिए; एक स्वीट सा ‘ड्रीम’ आपकी आँखों के नाम! शुभ रात्रि!
अरे चाँद तारों जरा इनको एक लात मारो; बिस्तर से इनको नीचे उतारो; करो इनके साथ फाइट; क्योंकि ये जनाब तो सो गए हैं बिना बोले; . . . . . . गुड नाईट।
ए चाँद मेरे दोस्त को एक तोहफ़ा देना; तारों की महफ़िल संग रोशनी देना; छुपा लेना अंधेरे को; हर रात के बाद खूबसूरत सवेरा देना। शुभ रात्रि।