काश मैं पानी होता और तू प्यास होती,
न मैं खफा होता और न तू उदास होती,
जब भी तुम मेरी निगाहों से दूर होते,
मैं तेरा नाम लेता और तू मेरे पास होती।
बादलों ने बहुत बारिश बरसाई,
तेरी याद आई पर तू ना आई,
सर्द रातों में उठ -उठ कर,
हमने तुझे आवाज़ लगाई,
तेरी याद आई पर तू ना आई,
भीगी -भीगी हवाओ में,
तेरी ख़ुशबू है समाई, तेरी याद आई पर तू ना आई,
बीत गया बारिश का मौसम
बस रह गयी तनहाई, तेरी याद आई पर तू ना आई।
आँखों में कुछ अरमान दिया करते हैं,
हम सबकी नींद चुरा लिया करते हैं,
इतनी बार आप साँस भी न लेते होंगे,
जितनी बार हम आपको याद किया करते हैं।
नजरें उन्हें देखना चाहे तो आँखों का क्या कसूर,
हर पल याद उनकी आये तो साँसों का क्या कसूर,
वैसे तो सपने पूछकर नहीं आते,
पर सपने उनके ही आये तो हमारा क्या कसूर।
हमसे पूछो किसीको खोने का ग़म क्या होता है,
हँसते हँसते रोने का दर्द क्या होता है,
खुदा उसी से क्यों मिला देता है हमें,
जिसका साथ किस्मत में नहीं होता है।
तुम भूल गए क्या गिला करें
तुम, तुम जैसे थे हम जैसे नहीं,
कुछ अश्क़ बहेंगे याद में बस
अब दर्द का सावन रहने दो।
सच्चा प्यार हमेशा गलत इंसान से होता है;
और जब सही इंसान से सच्चा प्यार होता है,
तब वक़्त गलत होता है।
खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं,दिलों के खेल में खुदगर्जियाँ नहीं चलतीं,
चल ही पड़े हैं तो ये जान लीजिए हुजुर,इश्क़ की राह में मनमर्जियाँ नहीं चलतीं !..
आप होते जो मेरे साथ तो कैसा होता,बात बन जाती अगर बात तो कैसा होता,
सबने माँगा है मुझसे मुहब्बत का जवाब,आप करते जो सवालात तो कैसा होता|
लाखो की हंसी तुम्हारे नाम कर देंगे,हर खुशी तुम पे कुर्बान कर देंगे,
आये अगर हमारे प्यार मे कोई कमी तो कह देना,इस जिन्दगी को आखरी सलाम कह देंगे।...
काश की खुशियो की दुकान होती । उनमे हमारी थोरी पहचान होती ।
सारी खुशियाँ डाल देता तेरी दामन मे चाहे | उनकी कीमत हमारी जान क्यो न होती !
उसकी याद हमें बेचैन बना जाती हैं,हर जगह हमें उसकी सूरत नज़र आती हैं,
कैसा हाल किया हैं मेरा आपके प्यार ने,नींद भी आती हैं तो आँखे बुरा मान जाती हैं!
आँखों में बसी है प्यारी सूरत तेरी;और दिल में बसा है तेरा प्यार;
चाहे तू कबूल करे या ना करे;हमें रहेगा तेरा इंतज़ार।
तन्हा रहना तो सीख लिया हमने,लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे,
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल,लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे...
आप खुद नहीं जानती आप कितनी प्यारी हो,जान हो हमारी पर जान से प्यारी हो,
दूरियों क होने से कोई फर्क नही पड़ता,आप कल भी हमारी थी और आज बी हमारी हो..!!
कभी वादे के नाम पर,कभी सौदे के नाम पर,
हम बेचे जाते हैं आज भी,मोहब्बत के नाम पर..!!
वो मुझ तक आने की राह चाहता है,लेकिन मेरी मोहब्बत का गवाह चाहता है,
खुद आते जाते मौसमो की तरहा है,और मेरे इश्क़ की इंतेहः चाहता है!
हर ख़ुशी से
खुबसूरत तेरी शाम करू,
अपना प्यार मैं सिर्फ
तेरे नाम करू,
मिल जाये अगर दोबारा
ये ज़िन्दगी,
हर बार मैं ये
ज़िन्दगी तेरे नाम करू
क्यूँ इक पल भी तुम बिन रहा नहीं जाता,
तुम्हारा एक दर्द भी मुझसे सहा नहीं जाता,
क्यूँ इतना प्यार दिया है तुमने,
की तुम बिन मुझ से जिया नहीं जाता…
जिक्र करता है दिल
सुबह शाम तेरा,
गिरते है आँसू बनता है
नाम तेरा,
किसी और को क्यूँ देखे
ये आँखे,
जब दिल पे लिखा है
सिर्फ नाम तेरा…
ये ना सोचो के सिर्फ नाम लिया करता है,
एक दीवाना तेरी चाहत में जिया करता है,
वो जानता है के तु उसके मुकदर में नहीं,
फिर भी हर रोज तुझे याद किया करता है…
एक बार मेरी ज़िन्दगी में,
कदम तो रखो..
पुरी ज़िन्दगी तेरे कदमोंमे,
न रख दु तो बोलना…!!
सबको प्यारी है,
ज़िन्दगी अपनी..
तुम मुझे ज़िन्दगी से भी,
प्यारे हो…!
कहा मिलेगा तुम्हे मुझ जैसा कोई,
जो तुम्हारे सितम भी सहे,
और तुमसे मोहब्बत भी करे..!
तमन्ना-ए-इश्क तो हम भी रखते है,
किसी के दिल में हम भी धड़कते है,
न जाने हमें वो कब मिलेंगे,
जिसके लिए हम रोज़ तड़पते है..!!
काश यह दिल अपने बस मे होता,
न किसी की याद आती,
न किसी से प्यार होता…
हमें ऑनलाइन देखकर वो सोचते है,
हम किसी और से बाते कर रहे है..
पर उन्हें क्या पता हम तो ख़ामोशी से,
सिर्फ उन्हें ही ऑनलाइन देखते है…
कुछ तो सोचा होगा कायनात ने,
तेरे मेरे रिश्ते पर..
वरना इतनी बड़ी दुनिया मे,
तुझसे ही बात क्यों होती…
काश मेरी जिंदगी में भी वो
खूबसूरत पल आ जाये,
की मेरी शायरी पढ़ते पढ़ते किसी को,
मुझसे प्यार हो जाये…
तुमको मिल जायेगा,
बेहतर मुझसे..
मुझको मिल जायेगा,
बेहतर तुमसे..
पर कभी कभी,
लगता हैं ऐसे,
हम एक दूसरे को मिल जाते,
तो होता बेहतर सबसे…